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21वीं सदी महिलाओं की सदी”, संस्थागत प्रसव जरूरी : राज्यपाल

राज्यपाल बलेरा विकास योजनाएं के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भरता की राह, थारू क्षेत्र में विकास की नई मिसाल।

लखीमपुर खीरी, 03 जून। मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दूसरे दिन पलिया ब्लॉक के थारू बहुल गांव बलेरा में विविध विकासात्मक गतिविधियों में सहभागिता की। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक सौगातें दीं, समर कैंप, शैक्षिक प्रदर्शनी और विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया तथा महिला सशक्तिकरण व बाल विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। थारू जनजाति के बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सभी को मंत्र मुक्त कर दिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि दूरस्थ और वनवासी क्षेत्र में बच्चों और महिलाओं के सर्वांगीण विकास के प्रयास देखकर उन्हें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। बचपन से ही बच्चों को पढ़ाई के साथ पेंटिंग, भाषण, गीत-संगीत जैसी रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ना उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक है। समर वेकेशन के दौरान इन गतिविधियों का आयोजन सराहनीय है।

महिलाओं के लिए पुराने भवन को प्रशिक्षण केंद्र में बदलना एक प्रशंसनीय कदम है। इस केंद्र के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और स्वरोजगार के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। इसके लिए डीएम और सीडीओ बधाई के पात्र हैं। सरकार की योजनाएं आमजन तक पहुंच रही हैं, विशेष रूप से स्वामित्व योजना के तहत गरीबों को संपत्ति का अधिकार मिल रहा है। पहले संसाधनों की कमी से महिलाएं पीछे रह जाती थीं, लेकिन अब प्रशिक्षण और सरकारी सहयोग से वे आगे बढ़ रही हैं और राजस्व में भी योगदान दे रही हैं। बाल विवाह पर पुलिस को स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। बेटियों के सशक्तिकरण के लिए संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना जरूरी है। नवजात शिशुओं की निगरानी और निजी अस्पतालों में जन्म से संबंधित दस्तावेजों की जांच भी आवश्यक है। राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी महिलाओं की सदी है और सरकार उन्हें आगे बढ़ाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है।

कार्यक्रम में विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने कहा कि यह क्षेत्र के लिए गौरव का क्षण है कि राज्यपाल स्वयं यहां उपस्थित हुईं। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में देश और प्रदेश की प्रगति के नित नए आयाम स्थापित कर रहा। उन्होंने परिषदीय विद्यालयों में हुए कायाकल्प को रेखांकित किया। साथ ही, उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को प्रणाम किया।

कार्यक्रम की शुरुआत में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। लखनऊ विश्वविद्यालय की एक शोध छात्रा ने राज्यपाल के समक्ष “विकसित भारत का संकल्प @2047” विषय पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम के अंत में सीडीओ अभिषेक कुमार ने राज्यपाल और सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
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जनकल्याण योजनाओं के तहत लाभार्थियों को राज्यपाल ने प्रदान की सौगातें

184 स्वयं सहायता समूहों को ₹2.76 करोड़, दीदियों को मिली ई-रिक्शा की चाबी

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत चयनित लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से स्वीकृति पत्र, सामग्री किट और उपकरणों का वितरण किया। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्री-स्कूल किट एवं हाइजीन किट, कृषकों को कृषि यंत्र, तथा पीएम आवास योजना-(ग्रा) के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किए। साथ ही क्षय रोगियों को पोषण पोटली किट का वितरण भी किया। इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड, स्वामित्व योजना के तहत घरों की घरोनी, तथा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत प्रतीकात्मक गैस कनेक्शन भी लाभार्थियों को प्रदान किए गए।

इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 184 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश कोष (CCL) के तहत ₹2 करोड़ 76 लाख रुपए के चेक, तथा 62 प्रोड्यूसर ग्रुपों को इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के अंतर्गत ₹93 लाख रुपए के चेक भेंट किए गए। साथ ही, 5 दीदियों को ई-रिक्शा की चाबियाँ सौंपकर उन्हें आजीविका के सशक्त माध्यम से जोड़ने की पहल की गई।
राज्यपाल ने इन योजनाओं को जनकल्याण की दृष्टि से प्रभावी बताते हुए, लाभार्थियों को बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
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राज्यपाल ने किया साइकिल और ई-रिक्शा वितरित, समर कैंप व स्टॉलों का निरीक्षण
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने दौरे के दौरान ग्राम बलेरा पहुंच कर थारू जनजातीय क्षेत्र की 25 छात्राओं को साइकिल वितरित की और उन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही पाँच जनजातीय क्षेत्र की महिलाओं को ई-रिक्शा प्रदान किए गए। उन्होंने ई-रिक्शा प्राप्त करने वाली महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे इसे पूरे आत्मविश्वास और हिम्मत से चलाएं।

इसके पश्चात राज्यपाल ने परिषदीय विद्यालय बलेरा में संचालित समर कैंप का निरीक्षण किया। उन्होंने शिक्षकों से समर कैंप के अंतर्गत संचालित की जा रही गतिविधियों की जानकारी ली तथा बच्चों से संवाद कर उन्हें स्नेहपूर्वक दुलार दिया। उन्होंने बच्चों द्वारा तैयार की गई टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मटेरियल) प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।राज्यपाल ने इसके बाद हेल्थ, आयुष, एनआरएलएम, समाज कल्याण, आईसीडीएस, कृषि, गन्ना, उद्योग, और कारागार विभाग सहित विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भ्रमण कर जानकारी प्राप्त की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

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